सतलोक एक्सप्रेस न्यूज़-चंदौली,17 दिसम्बर 2016
RanaramBhatiyaआज चंदौली उत्तर प्रदेश में राजनाथ सिंह जब एक जनसभा को संबोधित करने पहुंचे तो सैकड़ो संत रामपाल जी महाराज के समर्थक हाथों में बैन्नर लेकर खड़े हो गए, एक बार तो राजनाथ सिंह जी भी स्थिति को लेकर असमंजस में पड़ गए, क्योंकि उनको लगातार संत रामपाल के अनुयायिओं के विरोध का सामना करना पड़ रहा है, आज ऐसी स्थिति जब उनके सामने पड़ी तो उन्होंने अपने अधिकारियों को बात करने के लिए भेजे, संत समर्थकों को लगा की शायद आज उनके ऊपर हो रहे अन्याय की कहानी गृहमंत्री महोदय गंभीरता से लेंगे और मंच से ही कोई ठोस कार्यवाही का ऐलान करेंगे, ज्ञापन की कॉपी लेकर जब अधिकारी राजनाथ सिंह जी के पास पहुंचे और उनको कॉपी थमाई तो राजनाथ सिंह जी ने पुरे ज्ञापन को पड़ा उसी समय उनके चेहरे पर चिंताजनक हाव भाव उभर आये, शायद इसलिए की ज्ञापन पे हरियाणा भाजपा सरकार की काली करतूतों का जिक्र था, इसलिए बिना समय गवाए उन्होंने ज्ञापन पर संज्ञान लिए बगैर भाषण को आगे बड़ा दिया। लेकिन संत रामपाल के शिष्य कहीं न कहीं संतुष्ट जरूर दिख रहे थे, क्योंकि उनका मकसद हंगामा खड़ा करना नही था, सिर्फ अपनी आवाज को पहुचना था, जो अगली बार और ऊँची हो सकती है।
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चंदौली,__रैली को संबोधित करते हुए गृहमंत्री राजनाथसिंह |
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चंदौली, __संत रामपालजी महाराज के अनुयायी |
आपको क्या लगता है क्या गृहमंत्री जी को मंच से उस ज्ञापन पर अपने विचार देने चाहिए थे? क्योंकि जिन लोगों ने ज्ञापन दिया उन्ही लोगों से राजनाथ सिंह जी वोट मांगने आये थे।