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क्या आप भारत बंद के समर्थन में है


              सोशल मीडिया पर सक्रिय फुले अम्बेडकर मिशन के कार्यकर्ताओं ने सुप्रीम कोर्ट के निर्णय के बाद बिना किसी बड़े नेता या बैनर के यह खुद ही फैसला कर लिया कि 2 अप्रेल 2018 को राष्ट्रव्यापी विरोध किया जाएगा ,यह मुहिम इतनी तेज हो चुकी है कि 2 अप्रेल को भारत बंद का आह्वान किया गया है, जिसको भारी समर्थन मिल रहा है ,पहली बार लोग स्वतः उठ रहे है और सड़कों को पाटने की तैयारी है,लोगों की सोशल मीडिया प्रोफ़ाइल में अब सिर्फ 2 अप्रेल को भारत बंद के फोटो दिखाई पड़ रहे है ,यह रोचक ,रोमांचक और उत्साहित करने वाला ट्रेंड है ,इस रुझान ने कईं मसीहाओं को बेकार कर दिया है ।
                   मैं जनसाधारण द्वारा चलाई जा रही इस मुहिम का दिल खोलकर समर्थन करता हूँ ,2 अप्रेल के भारत बंद को मेरा सम्पूर्ण समर्थन है ,शांतिपूर्ण और लोकतांत्रिक विरोध प्रदर्शन के हमारे संवैधानिक अधिकार का जरूर उपयोग होना चाहिये, हमें इस बन्द को बेहद क्रिएटिव रूप देना चाहिये ,यह सही है कि मार्केट की पूंजीवादी ताकतों को हमारे मुद्दे से रत्ती भर भी सहानुभति नहीं है ,इसलिए वे दुकानें बंद नहीं करना चाहेंगे , पूंजीवाद और मनुवाद एक दूसरे के पूरक है ,ये लोग सदैव हमारे विरोध में ही खड़े होंगे ,इसलिए इनसे टकराव तय मानिये ,2 अप्रेल को हमको इनसे दोचार होना पड़ेगा ,ऐसी मुझे पक्की उम्मीद है ।

              मार्केट की ताकते ,सत्ता की ताकत और प्रशासन सब कोई 2 अप्रेल के भारत बंद को विफल करने की कोशिश करेंगे ,हमें कतई घबराना नहीं है ,विरोध के हर नये ,इनोवेटिव तरीके का इस्तेमाल कीजिये ,एकजुट हो कर निकलिये ,एक साथ ,बात जरूर बनेगी ,जहां जहां हमारी ताकत है ,वहां वहां तो बिल्कुल जाम कीजिये ,जहां कमजोरी है ,वहां सड़क पर उतरिये ,रोके जाएं तो शान से गिरफ्तारी दीजिये ,जहां और भी कम संख्या हो ,वहां ज्ञापन दीजिये , प्रेसकांफ्रेन्स कीजिये , थोड़े ही लोग हो तो भी हिचकियेगा मत ,बुक्का फाड़ कर नारे लगाइये ,कुछ नहीं कर सकते है तो काम से हड़ताल कीजिये ,काली पट्टी बांध लीजिए ,अगर बिल्कुल अकेले है तो बाबा साहब की प्रतिमा स्थल पर जा कर अकेले तख्ती उठाकर खड़े हो जाइये ,एक दिन का उपवास कर लीजिए ,कुछ साथी मिलकर क्रांतिकारी मिशनरी गीत ही गा लीजिए ।

                  2 अप्रेल को घर मे मत बैठिएगा ,बाहर निकालिएगा ,अगर सरकारी नोकरी में है तो सामूहिक अवकाश लीजिए ,आवश्यक सेवाएं दे रहे है तो काली पट्टी बाजू पर बांध लीजिए , आप जिस भी फील्ड के व्यक्ति है ,अपनी प्रतिभा और दक्षता का इस्तेमाल समाज हित मे कीजिये ,मुर्दा कौम बनकर इंतज़ार मत कीजिये ,खामोश मत रहिएगा ,यह बोलने की रुत है ,यह मुंह खोलने का मौसम है ,यह अपने वर्ग शत्रुओं की पहचान और स्वयं के अस्तित्व को बचाने का अवसर है ,इसमें भागीदार बनिये । किसी पार्टी ,नेता ,संस्था ,मसीहा के बुलावे की प्रतीक्षा मत कीजियेगा ।

                2 अप्रेल के भारत बंद के आप ही आयोजक ,निवेदक ,संयोजक औऱ मुख्य अतिथि एवम मुख्य वक्ता है ,अपने आप को जगाइये ,अत्त दीपो भव: ,उठिए और दिखा दीजिये कि डॉ आंबेडकर की संतान क्या कर सकती है ,बस इतना सा ध्यान रखिये कि देश की सम्पत्तियां हमारी अपनी है ,हम इस देश के मूलनिवासी है ,किराएदार नहीं ,इसलिये सब कुछ संविधान के दायरे में रहकर शांतिपूर्ण ढंग और लोकतांत्रिक तरीके से कीजिये …!

          कुछ न कुछ कीजिये जरूर ताकि आने वाली पीढ़ी से आंखें मिलाने में किसी तरह की शर्मिंदगी ना हो ।

          2 अप्रेल 2018 के भारत बंद को मैं खुलकर अपना समर्थन व्यक्त करता हूँ …! 

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